BED vs BTC Latest News 2023: Bd BTC अभ्यर्थियों के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले में बदलाव

BED vs BTC Latest News 2023: Bd BTC अभ्यर्थियों के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले में बदलाव 



BEd Vs BTC:हाल ही में B.Ed से BTC की खबर: बीएड बीटीसी ने देश भर में बहस पैदा की है। 11 अगस्त 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण निर्णय दिया, जो इस चर्चा का मुख्य कारण है। यह निर्णय था कि बीएड करने वाले विद्यार्थी प्राथमिक में शामिल नहीं होंगे। B.Ed. अभ्यर्थियों ने यह आदेश देखा है और वे बहुत परेशान हैं। 5 महीने बीतने को हैं, लेकिन बीएड अभ्यर्थी अभी भी परेशान है। क्योंकि बीएड अभ्यर्थियों को प्राथमिक शिक्षक भर्ती में शामिल नहीं किया जा रहा है क्योंकि जितने भी राज्यों में शिक्षक भर्ती हो रही हैं | सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया है कि बीएड अभ्यर्थी प्राथमिक से बाहर हो गए हैं. इसी बीच, कुछ महत्वपूर्ण अपडेट आए हैं, जो नीचे बताए जाएंगे।


Today's Bed vs. BTC Updates 

B.Ed vs BTC मामले में सुप्रीम कोर्ट से काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। आपको बता दें कि जितने भी बीएड और बीटीसी अभ्यर्थी हैं, वे अभी भी कुछ महत्वपूर्ण अपडेट की प्रतीक्षा में हैं। बीटीसी अभ्यर्थी चाहते हैं कि बीएड अभ्यर्थियों को प्राथमिक में शामिल नहीं किया जाए क्योंकि उन्हें ऐसा कोर्स नहीं दिया गया है, लेकिन बीएड अभ्यर्थी चाहते हैं कि उन्हें प्राथमिक में शामिल किया जाए। सरकार ने उनके लिए नए नियम बनाए हैं। ऐसे बीएड अभ्यर्थियों की आवश्यकता है | लेकिन केंद्र और सभी राज्य सरकारों ने स्पष्ट कर दिया है कि बीएड अभ्यर्थियों के लिए फिलहाल कोई नया कानून नहीं आने वाला है। जिससे वह प्राथमिक शिक्षा प्राप्त कर सके केंद्र सरकार और सभी राज्य सरकारें सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन कर रहे हैं। यहां तक कि एनसीटीई और एमएचआरडी भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन कर रहे हैं।  सुप्रीम कोर्ट के फैसले में कोई बदलाव नहीं है।


B.Ed अभ्यर्थी दे रहे ज्ञापन : Bed vs btc Today Latest Update

B.Ed अभ्यर्थियों ने सभी वरिष्ठ मंत्रियों को पत्र लिखा है और मांग की है कि प्राथमिक स्कूलों में बीएड अभ्यर्थियों को स्थान दिया जाए। लेकिन सभी बीएड अभ्यर्थियों को बता रहे हैं कि आपके पास शिक्षक बनने के बहुत सारे अवसर हैं। डीएलएड या बीटीसी का कोर्स करना चाहिए अगर आप प्राथमिक स्कूल में शिक्षक बनना चाहते हैं। क्योंकि B.Ed. भर्ती समय-समय पर अन्य राज्यों में जारी की जाती है और 6 से 12 तक के स्कूलों में शिक्षक बन सकता है। बीएड अभ्यर्थियों को हर समय अवसर मिलते रहते हैं। B.Ed वाले वहाँ अपना मौका ले सकते हैं। वर्तमान में बिहार में ही दो बार लगातार शिक्षक भर्ती हुई है, जिसमें बीएड अभ्यर्थियों को अवसर मिल रहा है। एनसीटीई, एमएचआरडी और केंद्र सरकार का कहना है कि इससे पता चलता है कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश लागू हो गया है, जिसके अनुसार बीएड अभ्यर्थी प्राथमिक में शामिल नहीं हो सकेंगे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ